साथ निभाना
[ साथ निभाना ]
बिना तेरे मैं कैसे जा पाऊंगा,
चांद तारे लेने क्या अकेला जाऊंगा ।
तुम देना साथ मेरा बस ,
मैं हर संघर्ष से लड़ जाऊंगा ।
तेरे माथे की बिंदिया ,
हाथो की चूड़ियां ,
निभाने के लिए साथ
हर जगह अपने साथ लाऊंगा ।
रंग बिरंगे कपड़े ,
सजने के जेवर ,
नखरे तेरे और तेवर तेरे
मैं साथ साथ उठाऊंगा ।
तू बस मेरा साथ निभाना ,
मैं तेरी हर ख्वाहिश पर
मिट जाऊंगा ।
- गुड्डू मुनीरी सिकंदराबादी
- दिनांक : ११/०१/२०२४
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Khushbu
18-Jan-2024 06:56 PM
Very nice
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Sushi saxena
16-Jan-2024 08:24 PM
Nice
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Gunjan Kamal
13-Jan-2024 03:48 PM
👏👌
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